टोक्यो: आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में जहां ज्यादातर लोग नींद की कमी की शिकायत करते हैं, एक जापानी व्यक्ति ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है। यह व्यक्ति हर दिन केवल 30 मिनट की नींद लेकर भी पूरे दिन ऊर्जावान और ताजगी से भरा हुआ महसूस करता है। होरी केवल30 मिनट की नींद से दिन भर ऊर्जा से भरपूर रहते है आइए जानते हैं कि वह यह कैसे करता है और इसके पीछे का विज्ञान क्या है।
डाइसुके होरी का अनोखा 30 मिनट नींद का पैटर्न –
डाइसुके होरी ४० वर्षीया उद्यमी और जापान शॉर्ट्स स्लिपर्स ट्रेंनिंग अस्सोसिएशन के संस्थापक , ने पिछले १२ वर्षो में अपने सोने के घंटो को धीरे धीरे कम किया है अब वह सिर्फ 30 मिनट से 45 मिनट की नींद में अपने शरीर को रीचार्ज कर लेते है उनका कहना है की उन्होंने अपनी मानसिक और शारीरिक स्तिथि को इस तरह प्रशिक्षित किया है की वह कम नींद के साथ भी पूरी क्षमता से काम कर सकते है।
कैसे काम करती है 30 मिनट की नींद?
यह व्यक्ति एक विशेष तकनीक का पालन करता है जिसे ‘पॉलीफेजिक स्लीप’ कहा जाता है। इस तकनीक में व्यक्ति दिन में कई बार छोटी-छोटी नींदें लेता है, बजाय एक बार लंबे समय तक सोने के। आमतौर पर, 7-8 घंटे की नींद को पर्याप्त माना जाता है, लेकिन इस व्यक्ति का दावा है कि 30 मिनट की नींद उसकी सभी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करती है।
पॉलीफेजिक स्लीप के फायदे
- उच्च उत्पादकता: कम समय में पूरी नींद लेने से दिन के बाकी समय को अधिक उत्पादक कार्यों के लिए उपयोग किया जा सकता है।
- मानसिक ताजगी: छोटी, गहरी नींद मानसिक थकावट को कम करती है और मन को शांत रखती है।
- स्वस्थ शरीर और मन: इस तकनीक के अनुयायी दावा करते हैं कि नियमित अभ्यास के बाद शरीर खुद को जल्दी ऊर्जा बहाल करने के लिए प्रशिक्षित कर लेता है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव क्या कहती है रिसर्च ?
अमेरिकन जेरियाट्रिक्स सोसाइटी के एक शोध क्र अनुसार अत्यधिक कम या ज्यादा सोने से मानसिक उम्र में करीब 2 साल की वृद्धि हो सकती है हालांकि ,ये भी साबित हुआ है की नींद की कमी से दीर्घकालिक मानसिक और शारीरिक समस्याए हो सकती है जैसे चिंता ,अवसाद ,ध्यान की कमी और काम की उत्पादकता में कमी।
निष्कर्ष:
यह जापानी व्यक्ति अपने पॉलीफेजिक स्लीप पैटर्न के माध्यम से एक नई तरह की जीवनशैली का उदाहरण प्रस्तुत करता है। हालांकि यह तकनीक प्रभावी हो सकती है, लेकिन यह सभी के लिए उपयुक्त नहीं है। बेहतर है कि कोई भी इस तरह की नींद तकनीक को अपनाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह ले।