भारत ने जीते 20 पदक, टोक्यो का रिकॉर्ड तोड़ते हुए पारालंपिक्स में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया

नई दिल्ली: भारतीय खेल इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है। भारत ने पारालंपिक्स 2024 में कुल 20 पदक जीतकर अपने पिछले रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया है, जो 2021 में टोक्यो में हासिल किया गया था। इस ऐतिहासिक प्रदर्शन ने भारत को वैश्विक खेल मंच पर एक नई पहचान दिलाई है।

पिछले पारालंपिक्स में, भारतीय एथलीटों ने टोक्यो में 19 पदक जीते थे, जिसमें 5 स्वर्ण, 8 रजत, और 6 कांस्य पदक शामिल थे। लेकिन इस बार पेरिस में आयोजित पारालंपिक्स में भारतीय खिलाड़ियों ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए 20 पदकों के साथ अपनी सर्वोत्तम उपलब्धि हासिल की है। इस उपलब्धि में 6 स्वर्ण, 7 रजत, और 7 कांस्य पदक शामिल हैं।

भारत

भारत का एतिहाशिक प्रदर्शन –

भारतीय खिलाड़ियों की इस शानदार सफलता के पीछे उनकी वर्षों की मेहनत, लगन और समर्पण है। खिलाड़ियों ने न केवल अपनी व्यक्तिगत सीमाओं को तोड़ा बल्कि देश को भी गर्व का अनुभव कराया।

भारत के ट्रेक और फिल्ड एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन किया खास कर जेवलिन थ्रो और हाई जम्प इवेंट में। अजीत सिंह और सुन्दर सिंह गुर्जर ने क्रमशः 65 . 62 मीटर और 64.96 मीटर की थ्रो के साथ जैवलिन थ्रो F46 श्रेणी में रजत और कांस्य पदक जीता। शरद कुमार और मरियप्पन थंगावेलु ने हाई जम्प T 63 फाइनल में क्रमशः 1.88 मीटर और 1.८५ मीटर की छलांग के साथ रजत और कांस्य पदक जीता।

 

प्रेरणा दायक कहानियाँ –

स्प्रिंटर दीप्थी जीवनजी ने T २० श्रेणी में 400 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक जीता उनका यहाँ प्रदर्शन खास इसलिए भी ह क्यों की वे पहली बार पैरालिम्पिक्स में शामिल हुए। और अपने पहले ही प्रयास में पदक जीता। अवनि लेखरा ने भी इतिहास रचते हुए लगातार 2 बार स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई।

शूटिंग और अन्य खेलो में प्रदर्शन –

पैरालिम्पिक्स की शूटिंग स्पर्धा में अवनि लेखरा ने महिलाओ की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन SH 1 स्पर्धा में 5वा स्थान प्राप्त किया। वही भारत की भागीरथी जाधव ने महिला शॉर्टपुट (F 34 ) में 7.28 मीटर की थ्रो के साथ 5 वा स्थान हाशिल किया।

 

आगे की राह:
इस शानदार प्रदर्शन के बाद अब सभी की नजरें 2028 के लॉस एंजिलिस पारालंपिक्स पर हैं। भारत की इस सफलता ने एक नई उम्मीद जगाई है कि आने वाले समय में हमारे खिलाड़ी और भी अधिक मेडल जीतकर देश का नाम रोशन करेंगे।

निष्कर्ष:
भारत ने पेरिस पारालंपिक्स 2024 में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से पूरी दुनिया को यह संदेश दे दिया है कि भारतीय खिलाड़ी किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं और उसमें विजयी हो सकते हैं। यह सफलता सिर्फ पदकों की नहीं, बल्कि भारतीय खिलाड़ियों के जज़्बे, मेहनत, और सपनों की जीत है।

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