दुनिया के सबसे प्रसिद्ध मैसेजिंग ऐप्स में से एक, Telegram के संस्थापक पावेल दुरोव, इन दिनों फ्रांस में कानूनी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। उनकी हिरासत बढ़ाई जा सकती है, और ” रूस के मार्क ज़करबर्ग ” के नाम से मशहूर Durov को Le Bourget एयरपोर्ट पर उनके निजी जेट से उतरते समय गिरफ्तार किया गया। इस घटना के बाद टेक्नोलॉजी की दुनिया में खलबली मच गई है। इसके बारे में विस्तार से चर्चा करते है। इस घटनाक्रम पर Telegram और रूस की प्रतिक्रिया ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है।
Telegram CEO Pavel Durov की हिरासत: क्या है मामला?
फ्रांस में Telegram CEO Pavel Durov को कानूनी कारणों से हिरासत में लिया गया है। हालांकि, अभी तक स्पष्ट नहीं है कि ये आरोप किस हद तक हैं और क्या इससे Durov को लंबे समय तक हिरासत में रखा जाएगा। सूत्रों के अनुसार, इस मामले में कानूनी प्रक्रिया धीमी हो सकती है, जिससे उनकी हिरासत बढ़ाई जा सकती है।