नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 78वें सत्र में अपने भाषण से पाकिस्तान की दोहरी चालों को उजागर कर दिया। जयशंकर ने अपने भाषण में पाकिस्तान की कूटनीतिक रणनीति और आतंकवाद के प्रति उसके दोहरे रवैये पर तीखा हमला बोला। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने यह स्पष्ट किया कि कैसे पाकिस्तान एक ओर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, और दूसरी ओर दुनिया के सामने शांति की बात करता है।
पाकिस्तान के दोहरे खेल पर सीधा हमला
जयशंकर ने अपने भाषण में स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत लंबे समय से पाकिस्तान द्वारा पाले जा रहे आतंकवाद का शिकार रहा है। उन्होंने पाकिस्तान को चेताया कि वह आतंकवाद और बातचीत दोनों को एक साथ नहीं चला सकता। “आतंकवादियों को पनाह देने वालों का पर्दाफाश होना चाहिए,” यह जयशंकर का स्पष्ट संदेश था।
उन्होंने पाकिस्तान के उस दावे पर भी सवाल उठाया, जिसमें वह खुद को आतंकवाद के खिलाफ लड़ने वाला देश बताता है। जयशंकर ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर जोर देकर कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करता है और फिर पीड़ित बनने का नाटक करता है। यह बात वैश्विक मंचों पर बार-बार सिद्ध होती रही है, लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
भारत की सुरक्षा और कूटनीति पर जयशंकर की बड़ी बातें
एस. जयशंकर ने अपने भाषण में भारत की सुरक्षा पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमेशा अग्रणी रहा है, और यह सिर्फ भारत की ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की सुरक्षा के लिए आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक पाकिस्तान अपनी ज़मीन पर आतंकवाद को पनाह देना बंद नहीं करता, तब तक शांति और वार्ता की कोई संभावना नहीं है।
जयशंकर ने स्पष्ट कर दिया कि भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने पाकिस्तान को अपनी आतंकी नीति पर पुनर्विचार करने की चेतावनी दी और कहा कि वैश्विक समुदाय को इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
वायरल मुद्दे पर जयशंकर की आक्रामक कूटनीति
एस. जयशंकर का यह भाषण इसलिए भी खास था क्योंकि उन्होंने सीधे तौर पर पाकिस्तान की नीतियों पर हमला बोला। यह भाषण ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है और उसकी वैश्विक छवि लगातार गिर रही है। जयशंकर ने पाकिस्तान के इस कमजोर पक्ष का फायदा उठाते हुए उसे कूटनीतिक रूप से आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए, ताकि ऐसे देशों को सजा मिले जो आतंकवाद को पनाह देते हैं।”
यूएन में भारत की कूटनीति को मिली बढ़त
इस जोरदार भाषण के बाद भारत की कूटनीतिक स्थिति और मजबूत हुई है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत के रुख को मजबूती से पेश किया और पाकिस्तान को बेनकाब किया। जयशंकर का भाषण भारत की कूटनीति के लिए एक बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है। इससे न केवल भारत का पक्ष मजबूत हुआ है, बल्कि पाकिस्तान पर दबाव भी बढ़ा है कि वह अपनी आतंकी नीतियों को बदले।
सोशल मीडिया पर जयशंकर का भाषण हुआ वायरल
यह आक्रामक भाषण सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो गया है। ट्विटर, फेसबुक और अन्य प्लेटफार्म्स पर उनके भाषण के क्लिप्स को लाखों बार देखा गया। कई अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों और नेताओं ने भी जयशंकर के इस भाषण की सराहना की है और इसे पाकिस्तान के खिलाफ एक सशक्त कदम बताया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर असर
इस भाषण के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के प्रति कैसी प्रतिक्रिया मिलती है। कई देशों ने पहले ही पाकिस्तान की आतंकवाद को पनाह देने वाली नीतियों की निंदा की है, और अब जयशंकर के इस बयान से यह मुद्दा और भी गंभीर हो गया है। भारत की उम्मीद है कि संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे।
1 thought on “यूएनजीए में जयशंकर की जोरदार स्पीच: पाकिस्तान की दोहरी चाल का किया पर्दाफाश, भारत की कूटनीति को मिली बड़ी जीत”