जम्मू कश्मीर में नसे के खिलाफ पुलिस की मुहीम लगातार तेज़ हो रही है। हाल ही में पुलवामा और अनंतनाग जिलों में पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए 4 ड्रग तस्करो को गिरफ्तार किया। और उनके पास से हेरोइन और पोस्त जैसे प्रतिबंधित पदार्थ बरामद किए। ये गिरफ्तारियां पुलिस कि सतर्कता और नसे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की निति का हिस्सा है। आइये जानते है इस मामले की पूरी जानकारी।
पुलवामा में हुई गिरफ्तारी:
पुलवामा जिले में पुलिस स्टेशन पुलवामा की एक टीम ने अरिहाल क्षेत्र में एक नाका (चेकपॉइंट) स्थापित किया था। इस दौरान एक संदिग्ध मोटरसाइकिल, जिसका पंजीकरण नंबर PB03AN-8375 था, को रोका गया। मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्तियों की तलाशी के दौरान पुलिस को नशीले पदार्थ मिले, जिसके बाद दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान और उनके पास से बरामद नशीले पदार्थ की मात्रा के बारे में पुलिस ने अभी विस्तृत जानकारी नहीं दी है, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह एक महत्वपूर्ण बरामदगी है, जो इस क्षेत्र में नशे के कारोबार को रोकने के लिए उठाया गया एक बड़ा कदम है।
अनंतनाग में ड्रग तस्करो की गिरफ़्तारी : अनंतनाग जिले के पुलिस पोस्ट शैरबाग़ की एक टीम ने पहरु कर्व पर एक वाहन (रजिस्ट्रेशन नंबर DL 7 CJ – 8332 ) को चेकिंग के दौरान रोका वाहन में सवार मुश्ताक अहमद मीर और तारिक अहमद मीर ,दोनों मीर चेक मट्टन के निवासी है तलासी के दौरान वहां से 19 kg पोस्त की भूसी बरामद की गई। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अनंत नाग पुलिस स्टेशन में रखा गया है। इस सम्बन्ध में FIR नंबर 169 \ 2024 के तहत केस दर्ज किया गया है और मामले की जाँच चल रही है।
ड्रग तस्करी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई:
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पिछले कुछ महीनों में नशे के कारोबार के खिलाफ अपने अभियान को तेज कर दिया है। पुलवामा और अनंतनाग में की गई ये गिरफ्तारियां इस अभियान का हिस्सा हैं, जिसका मकसद युवा पीढ़ी को नशे के चंगुल से बचाना और समाज को इस गंभीर समस्या से मुक्त करना है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी व्यक्तियों से गहन पूछताछ की जा रही है, और उनसे मिले सुरागों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इन गिरफ्तारियों से पुलिस को इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों तक पहुंचने में भी मदद मिलने की उम्मीद है।
नशे के खिलाफ समाज की भूमिका:
ड्रग तस्करी के खिलाफ यह लड़ाई केवल पुलिस की नहीं है, बल्कि समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। समाज के हर वर्ग को इस दिशा में जागरूक होना होगा और नशे के खिलाफ पुलिस के साथ मिलकर काम करना होगा, ताकि हमारे युवा सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य की ओर बढ़ सकें।